
हो उतार या चढ़ाव,
बीहड़ों सा उबड़ खाबड़ या हो झील सा ठहराव..
अनुभवों से भरी हुई वृद्धावस्था
बचपन हो या युवावस्था,
कितनी भी हों मुसीबत
ढेर सारी खुशियाँ और नैमतें,
चलने का नाम ही जीवन है,
ये जीवन चलता रहता है
निरंतर चलता रहता है…..
हो उतार या चढ़ाव,
बीहड़ों सा उबड़ खाबड़ या हो झील सा ठहराव..
अनुभवों से भरी हुई वृद्धावस्था
बचपन हो या युवावस्था,
कितनी भी हों मुसीबत
ढेर सारी खुशियाँ और नैमतें,
चलने का नाम ही जीवन है,
ये जीवन चलता रहता है
निरंतर चलता रहता है…..
सही है निरंतरता ही जीवन है जीवन ही निरंतरता है ।
Exactly
Bahut sunder apki tarah
धन्यवाद 🙏
Definetly life is a oneway highway. So dn’t tired ur seatbelt, just enjoy the trip..🙏
Absolutely
Very good
This is the truth of our life. Thanks for giving us one more good poem.
This is the truth of our life. Thanks for giving us one more good poem.