क्या होगा अगर मैंने ये किया,
क्या होगा अगर मैंने वो नहीं किया..
क्या होगा अगर मैं एक दिन करूँ वही जो दिल करे,
क्या होगा अगर वो नहीं किया जो बांकी सब कहें,
क्या होगा अगर आज कर लूं मन की,
हँस लूं दिल खोल के, फिक्र छोड़ दूं जग की..
क्या होगा अगर…..
सोचते हो क्यूँ??
ज़िन्दगी है जी लो जी भर के एक एक लम्हा,
सोचते हो क्यूँ?
👌👌👌 लाजवाब
👍👍Nice
Thanks